गुलाली हो जाऊं
#ghazal
यूं उतरू तुझमे कि खुद से खाली हो जाऊं,
तेरे होठों चुम लू को और गुलाली हो जाऊं,
इक उम्र से हैं इंतज़ार की लौ बुझी मुझमें,
जो तु मिलें तो मैं जलकर दीवाली हो जाऊं,
जिन्होंने था ठुकराया वो भी मेरी आरजू करे,...
यूं उतरू तुझमे कि खुद से खाली हो जाऊं,
तेरे होठों चुम लू को और गुलाली हो जाऊं,
इक उम्र से हैं इंतज़ार की लौ बुझी मुझमें,
जो तु मिलें तो मैं जलकर दीवाली हो जाऊं,
जिन्होंने था ठुकराया वो भी मेरी आरजू करे,...