...

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अतीत🍂🍁💔

हम अतीत के साए में घिरे हुए है,
चाह कर भी खुश-नसीबों में ना होंगे,

भुला कर कल को, आज जी ना सकेंगे
हम अतीत के साए को मिटा ना सकेंगे,

दूरी अपनी बढ़ा लेंगे,एक तरफा
पर चाह कर भी कम कर ना सकेंगे,

लोग पूछेंगे हाल हमसे हमारा
आँशु छिपा कर हम रों ना सकेंगे,

हम अतीत के साए में घिरे हुए है
चाह कर भी ख़ुश-नसीबों में ना होंगे..🍂🥺💔