संगमरमर सा है मेरा प्यार...
कितना नायाब करिश्मा है ताज महल का,
ताल्लुख रखता जैसे मेरे इश्के गजल का,
कहते है ताज महल दुनिया का सातवा अजूबा है,
पर मेरी मोहोब्बत से खूबसूरत कहां कोई दूजा है,
लोग न जाने क्यों ताज महल की मिसाल देते हैं,
हम तो उसके सिवा सारे खयाल दिल से निकाल...
ताल्लुख रखता जैसे मेरे इश्के गजल का,
कहते है ताज महल दुनिया का सातवा अजूबा है,
पर मेरी मोहोब्बत से खूबसूरत कहां कोई दूजा है,
लोग न जाने क्यों ताज महल की मिसाल देते हैं,
हम तो उसके सिवा सारे खयाल दिल से निकाल...