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श्री राम चन्द्र
श्री राम चन्द्र करुणा निधान।
जाकी कृपा बदले विधान।
कौशल पति मयंक रणधीर,
ब्रह्मर्षी अज सेवत सुजान।
भक्तन ह्रदय पंकज कृपाल,
सुन्दरता शुभग नव बिहान।
मत्सर मोह तम निवारक राम,
चिंता हरण दुष्कर वितान।
अभिमान उदधि विषपान करि,
भवभय भंजन हरण महान।
राघव रमापति मृगपति मुरारि,
नाग-कंदर्प राजीव राज महान।
© राकेश कुमार सिंह
जाकी कृपा बदले विधान।
कौशल पति मयंक रणधीर,
ब्रह्मर्षी अज सेवत सुजान।
भक्तन ह्रदय पंकज कृपाल,
सुन्दरता शुभग नव बिहान।
मत्सर मोह तम निवारक राम,
चिंता हरण दुष्कर वितान।
अभिमान उदधि विषपान करि,
भवभय भंजन हरण महान।
राघव रमापति मृगपति मुरारि,
नाग-कंदर्प राजीव राज महान।
© राकेश कुमार सिंह
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