...

10 views

लड़के भी रोते है
Read full poem click here.....


यदि लड़की पापा की परी तो लड़के भी कोहिनूर होते है,
लड़के भी रोते है जब घर से दूर होते हैं ।

माना कि लड़कियों को घर छोड़ जाने का एक डर होता है,
लेकिन इनका एक घर के बाद दूसरा घर होता है,

माना कि लड़कों को कोई डर नही होता,
ये नौकरी तो करते हैं कई शहरों में पर इनका कोई घर नहीं होता,

अपनों के सपनों के खातिर ये भी मजबूर होते हैं,
अजी लड़के भी रोते है जब घर से दूर होते हैं।।

खड़े हमेशा सोचते हैं घर के बारे में पर खड़े कहीं और होते हैं,
सिर्फ लड़कियां ही नही लड़के भी दिल से कमजोर होते हैं,

विश्व जीतने का एक सिकंदर इनमें भी होता है,
बस रोते नहीं पर एक समुन्दर इनमें भी होता है,

लड़के भी रोते हैं, जब घर से दूर होते हैं
घर मे बच्चे लेकिन बाहर मशहूर होते हैं,
अजी लड़के भी रोते है जब घर से दूर होते हैं।

लड़के भी घर से बाहर मम्मी पापा के बगैर होते हैं,
यदि लड़की घर की लक्ष्मी तो लड़के भी कुबेर होते

बस यादें ही जा पाती है अपने गांव जमीनों तक,
लड़के भी कहाँ जा पाते हैं कई साल महीनों तक..!

© - Shivam Jha