...

4 views

नाजायस
कौन है नाजायस?
कौन है जायस?
ईश्वर के अंश कहलाने योग्य कौन?
कौन तय करेगा?
कौन मिटेगा? कौन बचेगा?

भेद मिटाओ, आज के आज ही...

शिव के हैं सब,
सब रहेंगे उन्हीं के दास ही!

उन्ही से निकला अंधक
विनाश काले विपरीत बुद्धि का परिचय देता है

उन्हीं से निकल हनुमंत
राम काज में जीवन समर्पित कर
प्रभु के नाम पर रख विश्वास, भगाता भय,
कहता जय...

जय हो उस अपार लीला के स्वामी की
जो अपने ही रूप से कभी दुराचारी बनते हैं
कभी हमहिसे सदाचार की सीख फ़ैलाते हैं

प्रभु का निर्मल स्वरूप, प्रभु का रूद्र रूप
तेज, कुरूप, विक्राल स्वरूप...
शांत, कोमल, प्रेम रूप...

© Bikramjit Sen