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"तुम मुझे मुझ सा ही रहने दो"
न समझाओ मुझे दुनिया की बातें तुम मुझे,
मुझ सा ही रहने दो।
क्यों बदलूं मैं किसी के लिए खुद को,
कहती है जो दुनिया बुरा मुझे तो इसे कहने दो...
अब नहीं पड़ना मुझे इन नकली लोगों में..
इनहे ये झूठे वादे झूठी बात करने दो,
मैं हूँ जो तन्हा मुझे तन्हा ही रहने दो....
न समझाओ मुझे दुनिया की बातें,
"तुम मुझे मुझ सा" ही रहने दो।
मुझ सा ही रहने दो।
क्यों बदलूं मैं किसी के लिए खुद को,
कहती है जो दुनिया बुरा मुझे तो इसे कहने दो...
अब नहीं पड़ना मुझे इन नकली लोगों में..
इनहे ये झूठे वादे झूठी बात करने दो,
मैं हूँ जो तन्हा मुझे तन्हा ही रहने दो....
न समझाओ मुझे दुनिया की बातें,
"तुम मुझे मुझ सा" ही रहने दो।
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