![...](https://api.writco.in/assets/images/post/default/story-poem/normal/LOVE A.webp)
4 views
दिली खाईश
दिल के कोने मे थी एक बात,
खो गया बिन तेरे साथ !
दिल का दिमाग से जगड़ा हर रात,
केसे माँगू में तेरा हाथ ?
मृगतृष्णा से मेरे हालात,
भटका हुआ में पाथ!
तन्हाई ने दिखाई तेरी तकात,
कुछ तो रस्ता दिखा मेरे दीनानाथ ?
दिला दे मेरे बंजर मन को खात,
कर एसे की हो उसकी गोद मे मेरा माथ !
दुल्हन सजे वो लेके आऊँ मे बारात
अमर हो जाए तेरा मेरा प्रेम गाथ !
-आगम
© All Rights Reserved
खो गया बिन तेरे साथ !
दिल का दिमाग से जगड़ा हर रात,
केसे माँगू में तेरा हाथ ?
मृगतृष्णा से मेरे हालात,
भटका हुआ में पाथ!
तन्हाई ने दिखाई तेरी तकात,
कुछ तो रस्ता दिखा मेरे दीनानाथ ?
दिला दे मेरे बंजर मन को खात,
कर एसे की हो उसकी गोद मे मेरा माथ !
दुल्हन सजे वो लेके आऊँ मे बारात
अमर हो जाए तेरा मेरा प्रेम गाथ !
-आगम
© All Rights Reserved
Related Stories
3 Likes
0
Comments
3 Likes
0
Comments