दीद ए महबूब ❤️
ए मेरे यार की यादें जितना तुम याद आते हो
कभी मुझे भी याद बनाकर उनके पास ले चलो
बहुत बेचैनी है इस माहौल में नहीं रह सकता मैं
ए मेरी बेचैनी अब बस मुझे मेरे सुकून के पास ले चलो
राहें ताकते हुए थक गया हूं मैं उनकी...
कभी मुझे भी याद बनाकर उनके पास ले चलो
बहुत बेचैनी है इस माहौल में नहीं रह सकता मैं
ए मेरी बेचैनी अब बस मुझे मेरे सुकून के पास ले चलो
राहें ताकते हुए थक गया हूं मैं उनकी...