# भगवान
' भगवान ' शब्द का सही अर्थ क्या है?
'भगवान' किसे कहते है?
तो चलिये अब हम 'भगवान' शब्द का सही अर्थ जानेंगे।
' भगवान ' शब्द दो शब्दों से बना हुआ है।
भग्ग + वान
भग्ग - भग्न कर देना, मुलतः नष्ट कर देना, जड़ से उखाड़ कर फेंक देना
वान - (मन के विकार - वासना, कामवासना, तृष्णा, राग, द्वेष, मोहमाया)
तो इसका अर्थ हुआ -
" जिसने अपने मन के विकार - वासना, कामवासना, तृष्णा, राग, द्वेष को जड़ से उखाड़ कर नष्ट कर दिया, जिसमें अभी वासना का भाव ही नही रहा हो, उसकी को भगवान कहते है। " जो किसी भी मोहमाया के जाल में नही फसते है।
यह बहुत ही प्राचीन अर्थ है और सही है।
'भगवान' किसे कहते है?
तो चलिये अब हम 'भगवान' शब्द का सही अर्थ जानेंगे।
' भगवान ' शब्द दो शब्दों से बना हुआ है।
भग्ग + वान
भग्ग - भग्न कर देना, मुलतः नष्ट कर देना, जड़ से उखाड़ कर फेंक देना
वान - (मन के विकार - वासना, कामवासना, तृष्णा, राग, द्वेष, मोहमाया)
तो इसका अर्थ हुआ -
" जिसने अपने मन के विकार - वासना, कामवासना, तृष्णा, राग, द्वेष को जड़ से उखाड़ कर नष्ट कर दिया, जिसमें अभी वासना का भाव ही नही रहा हो, उसकी को भगवान कहते है। " जो किसी भी मोहमाया के जाल में नही फसते है।
यह बहुत ही प्राचीन अर्थ है और सही है।
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