संघर्ष और जीवन..
ये कहानी है उस लड़के की जिसने यह साबित कर दिया कि कामयाब होने के लिए हमारे मार्क्स नही हमारी योग्यता काम आती है। कोई डिग्री या मार्कशीट हमारा भविष्य तय नही कर सकती बल्कि हमारे द्वारा प्राप्त किया हुआ ज्ञान और हमारा जज्बा हमारा भविष्य तय करता है।
एक लड़का जो बचपन से बहुत होशियार था लेकिन उसकी काबलियत को उसके कम मार्क्स आने के कारण नकारा जाता था। वो लड़का जिसने बचपन से ही ज़िन्दगी में खूब संघर्ष किया हो।
जब वह 5 साल का था तो बचपन में ही उसने अपना एक छोटा भाई खो दिया था पर उसने अपने आप को टूटने ना दिया। सब कुछ सही चल रहा था कि जब वह 7 साल की उम्र में आया तो उसने अपनी माँ को खो दिया पर उसने तब भी खुद को टूटने ना दिया। धीरे धीरे ऐसे ही ज़िन्दगी चल रही थी वह पढ़ाई खूब करता था लेकिन उन्ही कम मार्क्स आने के कारण उसके पिता उससे बहुत नाराज रहते थे। उस लड़के का मानना था कि ये मायने नही रखता की हम कितने मार्क्स लाये हैं बल्कि ये मायने रखता है कि हमने कितना ज्ञान...
एक लड़का जो बचपन से बहुत होशियार था लेकिन उसकी काबलियत को उसके कम मार्क्स आने के कारण नकारा जाता था। वो लड़का जिसने बचपन से ही ज़िन्दगी में खूब संघर्ष किया हो।
जब वह 5 साल का था तो बचपन में ही उसने अपना एक छोटा भाई खो दिया था पर उसने अपने आप को टूटने ना दिया। सब कुछ सही चल रहा था कि जब वह 7 साल की उम्र में आया तो उसने अपनी माँ को खो दिया पर उसने तब भी खुद को टूटने ना दिया। धीरे धीरे ऐसे ही ज़िन्दगी चल रही थी वह पढ़ाई खूब करता था लेकिन उन्ही कम मार्क्स आने के कारण उसके पिता उससे बहुत नाराज रहते थे। उस लड़के का मानना था कि ये मायने नही रखता की हम कितने मार्क्स लाये हैं बल्कि ये मायने रखता है कि हमने कितना ज्ञान...