शिवरात्रि पर्व
भारत के अधिकतर उत्सव खानपान , मेलजोल, गीत संगीत और आनंद से सराबोर है, लेकिन महाशिवरात्रि अकेला ऐसा पर्व है जो साधना और समर्पण का भाव लिए है। शिव पुराण में कहा गया है की सृष्टि पर सभी जीवित जीवो के अधिनायक स्वामी शिव ही है। उनकी इच्छा से सभी प्रकार के कार्य और व्यवहार संपन्न होते हैं। कथाएं कहती हैं कि फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी को अग्नि लिंग के रूप में शिवजी पृथ्वी लोक पर अवतरित हुए थे। कैलाश पर्वत पर कठोर तपस्या के दौरान कीड़े मकोड़ों ने शिवजी के कानों में बिल बना लिए थे। कैलाश...