अनमोल सीख(एक कौवे की कहानी)
कृपया ज़रूर पढ़ें,
एक समय की बात है
कि एक कौवा
आसमान में उड़ता
जा रहा है
और उसके मुंह में
एक रोटी का टुकड़ा था
जिसे वो कहीं से उठा
कर लाया था
पर आश्चर्य की बात यह थी
कि उस कौवे के पीछे
सैकड़ों कौवे पड़े हुए थे
जो उस कौवे के मुंह में
लगी रोटी को छीनना
चाहते थे
वो कौवा जिधर भी जाता
सारे कौवे उसके
पीछे पीछे उधर ही जाते
उन कौवे ने उस कौवे को
चोंच मार- मार के
लहूलुहान कर दिया था
उसका क्या बस चलता??
फिर भी वो उडता ही
जा रहा था
फिर एक समय ऐसा आया
कि उसने वो रोटी का
टुकड़ा अपनी चोंच में
से नीचे छोड़ दिया
जैसे ही रोटी का टुकड़ा
नीचे गिरा एक दूसरे
कौवे ने उस टुकड़े को लपक लिया
फिर क्या था
सारे कौवे उस कौवे को
छोड़ कर दूसरे कौवे
के पीछे पड़ गए ....।।
इस कहानी से हमें यही
सीख मिलती है कि
जिस वस्तु या व्यक्ति
के चाहने वाले अधिक
हों उसे छोड़ देने में ही
भलाई है
वरना आपको कुछ भी
हासिल नहीं होगा
और आपका बहुमूल्य
समय भी नष्ट होगा
पर आप एक न एक
दिन उस वस्तु या व्यक्ति
को छोड़ने पर अवश्य
विवश हो जायेंगे
और ये भी हो सकता है कि
आपको मानसिक या
शारीरिक चोट भी
पहुंचाई जाये
उस कौवे की तरह
कहानी बढ़िया लगी हो तो
लाइक कमेंट करें
© Shaayar Satya
एक समय की बात है
कि एक कौवा
आसमान में उड़ता
जा रहा है
और उसके मुंह में
एक रोटी का टुकड़ा था
जिसे वो कहीं से उठा
कर लाया था
पर आश्चर्य की बात यह थी
कि उस कौवे के पीछे
सैकड़ों कौवे पड़े हुए थे
जो उस कौवे के मुंह में
लगी रोटी को छीनना
चाहते थे
वो कौवा जिधर भी जाता
सारे कौवे उसके
पीछे पीछे उधर ही जाते
उन कौवे ने उस कौवे को
चोंच मार- मार के
लहूलुहान कर दिया था
उसका क्या बस चलता??
फिर भी वो उडता ही
जा रहा था
फिर एक समय ऐसा आया
कि उसने वो रोटी का
टुकड़ा अपनी चोंच में
से नीचे छोड़ दिया
जैसे ही रोटी का टुकड़ा
नीचे गिरा एक दूसरे
कौवे ने उस टुकड़े को लपक लिया
फिर क्या था
सारे कौवे उस कौवे को
छोड़ कर दूसरे कौवे
के पीछे पड़ गए ....।।
इस कहानी से हमें यही
सीख मिलती है कि
जिस वस्तु या व्यक्ति
के चाहने वाले अधिक
हों उसे छोड़ देने में ही
भलाई है
वरना आपको कुछ भी
हासिल नहीं होगा
और आपका बहुमूल्य
समय भी नष्ट होगा
पर आप एक न एक
दिन उस वस्तु या व्यक्ति
को छोड़ने पर अवश्य
विवश हो जायेंगे
और ये भी हो सकता है कि
आपको मानसिक या
शारीरिक चोट भी
पहुंचाई जाये
उस कौवे की तरह
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