ग़ज़ल
तेरे बग़ैर भी हम ने तुझी पे शे'र कहे
रहे अँधेरे में और रौशनी पे शे'र कहे
मुझे वो धमकियाँ देती है "मार डालूँगी"
दुबारा तुम ने अगर...
रहे अँधेरे में और रौशनी पे शे'र कहे
मुझे वो धमकियाँ देती है "मार डालूँगी"
दुबारा तुम ने अगर...