माँ से....
मत अस्वस्थ हुआ करो ओ माँ!
तुमको खो देने का डर लगता है।
अज़ीम नेमत है तू मेरी ज़िन्दगी की,
तुम्ही से ही तो वो घर,घर लगता है।
मुझको,मुझसे भी बेहतर जानने वाली,
बिना तेरे जग...
तुमको खो देने का डर लगता है।
अज़ीम नेमत है तू मेरी ज़िन्दगी की,
तुम्ही से ही तो वो घर,घर लगता है।
मुझको,मुझसे भी बेहतर जानने वाली,
बिना तेरे जग...