परिंदे और पिंजरा
एक भीड़-भाड़ भरे शहर में, एक छोटे से पार्क में
एक रंग-बिरंगी चिड़िया एक पिंजरे में रहती थी।
चिड़िया संतुष्ट थी क्योंकि वह पिंजरे के अंदर
गाती-गुंजाती रह सकती थी, बाहरी दुनिया के बारे
में अनजान थी। एक दिन, एक समझदार बच्चा
जो गुज़र रहा था, उसने चिड़िया को देखा और पिंजरे
का दरवाज़ा खोल दिया। चिड़िया पहले थोड़ी हिचकिचाई,
पर फिर उसने हिम्मत जुटाई और खुले आसमान में
उड़ने लगी।
सबक: हमें हमेशा अपनी सीमाओं से मुक्त होने की
साहस और उत्साह रखना चाहिए। हमारी स्वतंत्रता
हमारे हाथों में है, और हमें उसे महसूस करना चाहिए
और आगे बढ़ने के लिए अपनी सभी प्रतिबंधनों को
छोड़ना चाहिए। जीवन को प्यार और आनंद से जीने
के लिए है; हमें उसे पूरी उमंग और उत्साह के साथ
जीना चाहिए और हमें अपनी आराम
© Simrans
#shortstory
एक रंग-बिरंगी चिड़िया एक पिंजरे में रहती थी।
चिड़िया संतुष्ट थी क्योंकि वह पिंजरे के अंदर
गाती-गुंजाती रह सकती थी, बाहरी दुनिया के बारे
में अनजान थी। एक दिन, एक समझदार बच्चा
जो गुज़र रहा था, उसने चिड़िया को देखा और पिंजरे
का दरवाज़ा खोल दिया। चिड़िया पहले थोड़ी हिचकिचाई,
पर फिर उसने हिम्मत जुटाई और खुले आसमान में
उड़ने लगी।
सबक: हमें हमेशा अपनी सीमाओं से मुक्त होने की
साहस और उत्साह रखना चाहिए। हमारी स्वतंत्रता
हमारे हाथों में है, और हमें उसे महसूस करना चाहिए
और आगे बढ़ने के लिए अपनी सभी प्रतिबंधनों को
छोड़ना चाहिए। जीवन को प्यार और आनंद से जीने
के लिए है; हमें उसे पूरी उमंग और उत्साह के साथ
जीना चाहिए और हमें अपनी आराम
© Simrans
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