गुज़रा वक्त
जो गुज़र गया
उस वक्त का इंतज़ार कैसा
वक्त किसी के साथ नहीं देता
यह तो सिर्फ अतीत के
पन्ने को ही दोहराता,
किसी का घर छूटा तो
किसी का दिल ही टूटा...
उस वक्त का इंतज़ार कैसा
वक्त किसी के साथ नहीं देता
यह तो सिर्फ अतीत के
पन्ने को ही दोहराता,
किसी का घर छूटा तो
किसी का दिल ही टूटा...