10 views
टूटी पत्तियां 🌿🌿🌿🌿🍁🍁
वह पत्तियां टूट कर बिखर सी गई
हवा के झोंकों से गिरती चली गई
एक उम्मीद थी एक तमन्ना थी
सिमट कर रह गई एक कोने में वो
एक दिन कोई आएगा
यूं इस तरह इकट्ठा होते देख
समेट कर ले जाएगा
ठंड से ठिठुरते हुए और गरीबी में
जलाकर मुस्कुराते हुए बार बार हमें निहारेगा वह दिन एक दिन जरूर आयेगा,
टूटे हुए पत्तों को समेट कर ले जाएगा।
हवा के झोंकों से गिरती चली गई
एक उम्मीद थी एक तमन्ना थी
सिमट कर रह गई एक कोने में वो
एक दिन कोई आएगा
यूं इस तरह इकट्ठा होते देख
समेट कर ले जाएगा
ठंड से ठिठुरते हुए और गरीबी में
जलाकर मुस्कुराते हुए बार बार हमें निहारेगा वह दिन एक दिन जरूर आयेगा,
टूटे हुए पत्तों को समेट कर ले जाएगा।
Related Stories
25 Likes
12
Comments
25 Likes
12
Comments