मेरा चांद 🌙
मन आज ठहर सा गया है,
ठहर सा गया है, खुद को सोच कर,
सोच कर उन रिक्तियों को जो मन में कहीं अपनी जगह सुनिश्चित कर चुकीं है।
और शायद हमेशा रिक्त ही...
ठहर सा गया है, खुद को सोच कर,
सोच कर उन रिक्तियों को जो मन में कहीं अपनी जगह सुनिश्चित कर चुकीं है।
और शायद हमेशा रिक्त ही...