जिंदगी
#WritcoPoemPrompt1
सुख दुख के पड़ावों से,
गुजरती, अनिश्चित अनजान जिंदगी
उत्तर ढूढ़ने में लगे लोग
फिर भी सवालों से परेशान जिंदगी
कोई गरीब, कोई अमीर है यहाँ,
पर लेती सबका इम्तिहान जिंदगी.
जन्म, मरण का कुल जमा खेल है ये,
कभी सेज है खुशी की, कभी श्मशान है जिंदगी
सुख दुख के पड़ावों से,
गुजरती, अनिश्चित अनजान जिंदगी
उत्तर ढूढ़ने में लगे लोग
फिर भी सवालों से परेशान जिंदगी
कोई गरीब, कोई अमीर है यहाँ,
पर लेती सबका इम्तिहान जिंदगी.
जन्म, मरण का कुल जमा खेल है ये,
कभी सेज है खुशी की, कभी श्मशान है जिंदगी