...

1 views

बोलिए ना दर्द क्या है
बोलिए ना दर्द क्या है
वहां धीरे से सहलाऊंगा
आपकी प्रेमी पंखुड़ी से
मैं आपको मिलवाऊंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

जान हथेली पर रख कर
उन्हें हाथों में खत दे आऊंगा
भाई मुझपर भरोसा रखिए
आपकि ज़ख्म पर मैं मलहम लगाउंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

कविता को कविता सुना कर
थोड़ी सी इम्पेस कर आऊंगा
क्या हाल है आपके जिगर का
उन्हें लफ़्ज़ों में ,मैं बताउंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

आपकी प्रेमी दुनिया को
सफल करने का हर संभव प्रयास कर आऊंगा
सच कहता हूं
अपनी तरफ से अपना वादा निभानाऊंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

सुशोभित उन्हें अपनी कविता से कर
उसे फलक पर चढ़ाऊंगा
विस्तृत रूप में तो बताइए
उसकी हर अदाएं राग में सुनाऊंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

छा जाएंगे आपके चेहरे पर मुस्कान
इतना मैं रिक्श उठाउंगा
ओ साहेब भरोसा रखिए
पीठ नहीं दिखाऊंगा
बोलिए ना दर्द,,,,,,,

संदीप कुमार अररिया बिहार
© Sandeep Kumar