तुम
क्षितिज पर उगते सूरज
की लालिमा तुम,
ताजा खिले गुलाब पर
ओस की ठंडक तुम|
बियाबान बगीचे में
रात की रानी की सुगंध
तुम,
डूबते सूरज में
दूर किसी खलिहान
में चमकते जुगनुओं की
रोशनी तुम!
और ये...
की लालिमा तुम,
ताजा खिले गुलाब पर
ओस की ठंडक तुम|
बियाबान बगीचे में
रात की रानी की सुगंध
तुम,
डूबते सूरज में
दूर किसी खलिहान
में चमकते जुगनुओं की
रोशनी तुम!
और ये...