खो गये जब शहर में
#खोईशहरकीशांति
जब मै दिल्ली गया
तब मन आकुल हो गया
पता न सूजे न राह सूझे
चलते-चलते पाँव सूजे।
जिससे भी पूछा पता
उसने कहा मुझे नही पता
घूरकर देखा सभी ने
फिर मुँह मोड़ा सभी ने।
कुछ समझ में आता नही था
भ्रम मन से जाता...
जब मै दिल्ली गया
तब मन आकुल हो गया
पता न सूजे न राह सूझे
चलते-चलते पाँव सूजे।
जिससे भी पूछा पता
उसने कहा मुझे नही पता
घूरकर देखा सभी ने
फिर मुँह मोड़ा सभी ने।
कुछ समझ में आता नही था
भ्रम मन से जाता...