...

3 views

शिकवे...
कुछ रुठे हुए से है आप...
मन ही मन मे शायद मुझसे,
बेशक दूरियाँ नहीं है...
पर नजदीकियाँ भी नही है मुझसे,
सही और गलत के तराजु पे तौले जाने पे...
बचता कौन है आज कल,
शायद आज - कल कुछ.....
नही...
कुछ ज्यादा ही शिकवे हो गए हैं मुझसे l
© shafika singh