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ज़िंदगी की शतरंज में
जीवन हों या खेल खेलना ज़रूरी है
जख्म हैं तो क्या फिर भी कर्म करना ज़रूरी है
मंजिलों में फासले बहुत हैं तो क्या पाना ज़रूरी है
जीवन की डोरी बहुत उलझी हुई है फ़िर भी सुलझाना ज़रूरी है
जीवन में फूल हैं कांटों के साथ
दुःख हैं गम के साथ
और हम सोचते ही रह गए
जीवन में इतना दर्द क्यों है
दवा के साथ 🥲
#writcoapp #writcopem
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