गलती हर बार
तुम्हे चहाने की गलती हर बार करते है
वैसे ही जैसे हर रोज सांसे लेते है
चाहत तो ज़िन्दगी की होती है
पर बदले मे मौत मिलती है
अब समझा नहीं आता की सांसे गिनने
या फिर टूटे हुए अरमानों के टुकड़ों को
सांसो को गिनना आसान है
क्योकि इसके अन्त मे रंग हजार...
वैसे ही जैसे हर रोज सांसे लेते है
चाहत तो ज़िन्दगी की होती है
पर बदले मे मौत मिलती है
अब समझा नहीं आता की सांसे गिनने
या फिर टूटे हुए अरमानों के टुकड़ों को
सांसो को गिनना आसान है
क्योकि इसके अन्त मे रंग हजार...