आसान है? -३
चलते हैं हम धुएं में,
उड़ते हैं आसमान में,
पर पंख जलते हैं हर बार,
क्या उड़ना आसान है?
जमीन छोड़ दी है कब की,
पर दिल अब भी बंधा है कहीं,
मुक्ति की चाह है बड़ी,
पर खुद से लड़ना आसान है?
सपने हैं अनगिनत आँखों में,
पानी में तैरते हैं जो बिन नाव के,
डूब जाएं या...
उड़ते हैं आसमान में,
पर पंख जलते हैं हर बार,
क्या उड़ना आसान है?
जमीन छोड़ दी है कब की,
पर दिल अब भी बंधा है कहीं,
मुक्ति की चाह है बड़ी,
पर खुद से लड़ना आसान है?
सपने हैं अनगिनत आँखों में,
पानी में तैरते हैं जो बिन नाव के,
डूब जाएं या...