मेरा आईना
ज़िन्दगी की तन्हा राहों पर ,
था मेरा हमसफ़र मेरा आईना !
बहुत संभलकर चलता था मैं ,
डरता था कहीं वो टूट जाय न !
मैं हंँस दिया, वह हँस दिया ;
मैं रो ...
था मेरा हमसफ़र मेरा आईना !
बहुत संभलकर चलता था मैं ,
डरता था कहीं वो टूट जाय न !
मैं हंँस दिया, वह हँस दिया ;
मैं रो ...