...

3 views

मोल कोई
सूखकर खेत खलियान पानी बिन....
जब टुकड़े-टुकड़े हो गिर जाए,
उसके बाद हो जो भारी बारिश तो...

क्या रह जाता है उसका मोल कोई,,,,?

रोज जीवन की सभी मुश्किलों से...
जब टूटकर..बिखर जाता है मन,
तब जीवन में मिले सभी सुखों का...

क्या रह जाता है फिर मोल कोई,,,,?

जब छोटी छोटी खुशियों के पल में...
लबों पर...कोई मुस्कान नही,
बड़ी-बड़ी खुशियों के इंतजार का...

क्या रह जाता है फिर मोल कोई,,,,?

चाहें साथ में ही अनेको अपने हो....
पर दुख में दिखे ना..साथ कोई,
सुख के पलों में उन रिश्ते नातों का....

क्या रह जाता है फिर मोल कोई,,,,?

जुबां जो कड़वाहट के तीर चलाए....
छलनी हो जाए..किसी का मन,
बाद में बोले उन मीठें शब्दों का...

क्या रह जाता है फिर मोल कोई,,,,?

घर की कीमत चाहें कितनी भी हो...
शांति का नही है उसमे वातावरण,
सुविधा हो फिर वहाँ कितनी भी....

क्या रह जाता है उसका मोल कोई,,,,?

पैसों से चाहें भले ही हो अमीर...
लेकिन दिल हो बड़ा गरीब,
दौलत शोहरत और बंगले गाड़ी का....

क्या रह जाता है फिर मोल कोई,,,,?

शरीर से तो प्रेम बड़ा बेशुमार है पर....
दिल मे प्रेम का ना हुआ एहसास कभी
जब हो प्रेम किसी मतलब से तो....

क्या रह जाता है उसका मोल कोई,,,,?

Related Stories