mera bhai
मेरा भाई जो मुझे खुद हि रुलाता भी है और मनाता भी है
हर पल मुझे परेशान करता भी है और मुझे परेशान देख भी नही सकता है
मेरी हर शरारत को अपना नाम देके...
हर पल मुझे परेशान करता भी है और मुझे परेशान देख भी नही सकता है
मेरी हर शरारत को अपना नाम देके...