...

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जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
अब तुम और मैं एक नही
तुम तो चले गए मुझे छोड़ कर
हम मर गए अंदर ही अंदर
फिर भी चल रहे हैं देखो हम
अब तुम कभी नहीं आने वाले कभी
ये बात मैं जानती हूं
फिर भी तुम्हारे इंतज़ार में हूं
लेकिन अब पत्थर बन गए हैं
फिर भी चल रहे हैं देखो हम...

© Diary_of_feelings