8 views
अभी बाकी है
फूलों की मनमानी अभी बाकी है
मौसम की नादानी अभी बाकी है
मैने तो कर दिया इज़हार ए इश्क
तेरी आना कानी अभी बाकी है
चल समेट ले दरिया तू नैनों में
रस्ता रेगिस्तानी अभी बाकी है
हो न उनिंदा सुन किस्सा चांँद का
धूपों की कहानी अभी बाकी है
रात! तू फिरा न कर हवा ओढ़ के
चरागों में जवानी अभी बाकी है
चेहरे का तेरे हर हर्फ पढ़ लिया है
पलकों का ये पानीअभी बाकी है
© manish (मंज़र)
मौसम की नादानी अभी बाकी है
मैने तो कर दिया इज़हार ए इश्क
तेरी आना कानी अभी बाकी है
चल समेट ले दरिया तू नैनों में
रस्ता रेगिस्तानी अभी बाकी है
हो न उनिंदा सुन किस्सा चांँद का
धूपों की कहानी अभी बाकी है
रात! तू फिरा न कर हवा ओढ़ के
चरागों में जवानी अभी बाकी है
चेहरे का तेरे हर हर्फ पढ़ लिया है
पलकों का ये पानीअभी बाकी है
© manish (मंज़र)
Related Stories
12 Likes
0
Comments
12 Likes
0
Comments