किरदार से अंजान
अपने ही किरदार से अंजान हु
जैसे उलझी हुई कोई लिहाफ हु
समय के फेरो मे बदलती...
जैसे उलझी हुई कोई लिहाफ हु
समय के फेरो मे बदलती...