English Subject और Students की सोच..
Syllabus कम है जल्दी हो जायेगा।
Easy subject है last में पढेंगे।
Scoring है पढ़ना तो पडेगा।
इसमें extra revision की क्या ज़रुरत?
Test मत लो direct exam में देख लेंगे।
Higher class में worksheets कौन देता है?
इसमें extra class भला क्यों लेना?
कौन-सी ये हमारी मातृभाषा है?
English में कौन fail होता है?
ये सब बोलना students के लिये बहुत ही आसान है।
पर वो लोग आने वाले result से बिल्कुल अंजान हैं।
समझाती हूं जब students के इस रवैये से परेशान हो जाती हूं।
Unfortunately मैं अपने school की PGT English कहलाती हूं।
Unfortunately इसलिये क्योंकि-
ऐसी सोच रख कर ही हमारे students English पढते हैं।
और scoring subject में ना चाहते हुये भी कम score करते हैं।
कोई भी student English subject को seriously नहीं लेना चाहता।
सही तो ये है कि English period कोई attend ही नहीं करना...
Easy subject है last में पढेंगे।
Scoring है पढ़ना तो पडेगा।
इसमें extra revision की क्या ज़रुरत?
Test मत लो direct exam में देख लेंगे।
Higher class में worksheets कौन देता है?
इसमें extra class भला क्यों लेना?
कौन-सी ये हमारी मातृभाषा है?
English में कौन fail होता है?
ये सब बोलना students के लिये बहुत ही आसान है।
पर वो लोग आने वाले result से बिल्कुल अंजान हैं।
समझाती हूं जब students के इस रवैये से परेशान हो जाती हूं।
Unfortunately मैं अपने school की PGT English कहलाती हूं।
Unfortunately इसलिये क्योंकि-
ऐसी सोच रख कर ही हमारे students English पढते हैं।
और scoring subject में ना चाहते हुये भी कम score करते हैं।
कोई भी student English subject को seriously नहीं लेना चाहता।
सही तो ये है कि English period कोई attend ही नहीं करना...