।।इश्क़ में हो तुम।।
अगर हंसते-खिलखिलाते और बेवजह चहचहाते हो,
तो इश्क़ में हो तुम।
अगर बेपनाह किसीको चाहते हो और ज़ाहिर नहीं कर पाते हो,
तो इश्क़ में हो तुम,
अगर पल-पल विचलित हो जाते हो और दूरियां नहीं सह पाते हो,
तो इश्क़ में हो तुम।
अगर दिल में दर्द छुपाते और जता भी नही पाते हो,...
तो इश्क़ में हो तुम।
अगर बेपनाह किसीको चाहते हो और ज़ाहिर नहीं कर पाते हो,
तो इश्क़ में हो तुम,
अगर पल-पल विचलित हो जाते हो और दूरियां नहीं सह पाते हो,
तो इश्क़ में हो तुम।
अगर दिल में दर्द छुपाते और जता भी नही पाते हो,...