अनुभवों का सफर
जुबान कुछ भी कहे, तो वो कथन बरकरार होना चाहिए
मुकर जाए गर, तो खुद के लहजे तलवार होना चाहिए
दाग छिपाए जाए, गर खूबसूरती की आड़ में
सामने आईने के, आइने को होशियार होना चाहिए
रातें है रोशन गर, सिरफ चांद की चंद तारीफों से
चांद की...
मुकर जाए गर, तो खुद के लहजे तलवार होना चाहिए
दाग छिपाए जाए, गर खूबसूरती की आड़ में
सामने आईने के, आइने को होशियार होना चाहिए
रातें है रोशन गर, सिरफ चांद की चंद तारीफों से
चांद की...