🌹प्रेम क्या है 🌹
कृष्ण कहते हैं .......... मैं प्रेम हूँ मुझसे ही प्रेम है
प्रेम में दर्द है तो प्रेम ही दवा है
प्रेम बेक़रारी है तो राहत भी प्रेम है...
प्रेम में दर्द है तो प्रेम ही दवा है
प्रेम बेक़रारी है तो राहत भी प्रेम है...