प्यार न था
आने या जाने पर तेरे कोई मेरा बस न था,
तू आज़ाद थी और दिल मेरा क़फ़स न था.
आमद-रफ़्त तेरी शुरू हुई दर-ए-दिल पर,
पहचान तो हुई पर मैं तेरा हम-नफ़स न था.
हसरतों के दरिया में उफ़ान उम्मीदों का था,
हक़ीक़त की...
तू आज़ाद थी और दिल मेरा क़फ़स न था.
आमद-रफ़्त तेरी शुरू हुई दर-ए-दिल पर,
पहचान तो हुई पर मैं तेरा हम-नफ़स न था.
हसरतों के दरिया में उफ़ान उम्मीदों का था,
हक़ीक़त की...