जुखाम
जुखाम लगता एक साधारण सी बीमारी है। लेकिन अगर कुछ असावधानी हो जाएं तो ये जान संकट में डाल सकता है।
दोस्तो कुछ दिन पहले मुझे साधारण जुकाम हो गया। और मैने सोचा कुछ हल्का खाना खाएं। मेरे गले में भी दर्द था।
लेकिन कुछ ऐसा हुआ की बाद में डॉक्टर के पास पहुंचने तक तो मैं जुखाम और गले दर्द की दवा भी भूल गई।
तो हुए यूं की मैने खाने में सुबह दूध में पोहे की खीर बनाई और खा गई। इसके बाद पूरा दिन कुछ नहीं खाया और धूप में लिखने का काम करती रही। शाम से जरा पहले एक जलेबी खा ली जो ममी लाए थे और थोड़ी ब्रेड खा ली।
दोस्तो शाम होने लगी और मुझे सर दर्द होने लगा। सर दर्द यूं बढ़ा की सारा काम छोड़ कर बिस्तर बनाया फटाफट और लेट गई। मगर कुछ ही सेकंड में सर दर्द से फटने लगा।
फिर दर्द में आवाज भी ना निकाल रही थी। जैसे तैसे ममी को बुलाया। ममी भी सर दवाने लगे। फिर ममी भी काम में व्यस्त हो गए। और इधर मुझे उल्टियां शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि पानी तक भी पच नहीं पा रहा था। नमक का घोल भी उल्टी में निकाल जा रहा था। दोस्तो तबीयत और बिगड़ने लगी और बेसुध सी होने लगी।
फिर रात में गाड़ी बुक करके डॉक्टर के पास गए।
ब्लड प्रेशर लो था बहुत, टेंपरेचर भी लो हो चुका था। दिल की धड़कन भी बहुत तेज थी।
डॉक्टर ने इंजेक्शन दिया और साथ में दवाई और बीपी सही के लिए एक फ्रूटि दी जो डॉक्टर रखते हैं इलेक्ट्रॉन वाली।
तो इस तरह में जुकाम और गले दर्द तो तब भूल ही चुकी थी। मगर घर पहुंचने के कुछ देर बाद फिर बोलने लगी। तो लगा अब ज़िंदा हो गई। बहुत सुक्रिया डॉक्टर का।
फिर एक सबक मिला जो सबके लिए फायदेमंद है।
जुकाम में ये करें:-
* दूध ना पिएं।
* बाहर की मिठाई ना खाएं।
* दूध से बने उत्पाद ना खाएं। क्योंकि शरीर में बलगम भर जाता है। जिससे ऐसा खाने से उल्टी आ सकती है।
*काढ़ा पी लें।
* माइग्रेन और लिवर में समस्या वाले लोग अधिक धूप ना लें।
* सुबह खिचड़ी ( मूंग की) या दलिया खा लें ( बिना दूध का)
* दिन में तीन वक़्त खाना खाएं।
* कोसा पानी पिएं
* थोड़ा आराम जरूर करें।
* मीठी ब्रेड ना खाएं ( टूटी फ्रूटी वाली)
बासी ब्रेड भी ना खाएं।
* घी ना खाएं।
*भाप लें।
जानकारी अच्छी और सही लगी हो तो जरूर विचार साझा करें।
दोस्तो कुछ दिन पहले मुझे साधारण जुकाम हो गया। और मैने सोचा कुछ हल्का खाना खाएं। मेरे गले में भी दर्द था।
लेकिन कुछ ऐसा हुआ की बाद में डॉक्टर के पास पहुंचने तक तो मैं जुखाम और गले दर्द की दवा भी भूल गई।
तो हुए यूं की मैने खाने में सुबह दूध में पोहे की खीर बनाई और खा गई। इसके बाद पूरा दिन कुछ नहीं खाया और धूप में लिखने का काम करती रही। शाम से जरा पहले एक जलेबी खा ली जो ममी लाए थे और थोड़ी ब्रेड खा ली।
दोस्तो शाम होने लगी और मुझे सर दर्द होने लगा। सर दर्द यूं बढ़ा की सारा काम छोड़ कर बिस्तर बनाया फटाफट और लेट गई। मगर कुछ ही सेकंड में सर दर्द से फटने लगा।
फिर दर्द में आवाज भी ना निकाल रही थी। जैसे तैसे ममी को बुलाया। ममी भी सर दवाने लगे। फिर ममी भी काम में व्यस्त हो गए। और इधर मुझे उल्टियां शुरू हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि पानी तक भी पच नहीं पा रहा था। नमक का घोल भी उल्टी में निकाल जा रहा था। दोस्तो तबीयत और बिगड़ने लगी और बेसुध सी होने लगी।
फिर रात में गाड़ी बुक करके डॉक्टर के पास गए।
ब्लड प्रेशर लो था बहुत, टेंपरेचर भी लो हो चुका था। दिल की धड़कन भी बहुत तेज थी।
डॉक्टर ने इंजेक्शन दिया और साथ में दवाई और बीपी सही के लिए एक फ्रूटि दी जो डॉक्टर रखते हैं इलेक्ट्रॉन वाली।
तो इस तरह में जुकाम और गले दर्द तो तब भूल ही चुकी थी। मगर घर पहुंचने के कुछ देर बाद फिर बोलने लगी। तो लगा अब ज़िंदा हो गई। बहुत सुक्रिया डॉक्टर का।
फिर एक सबक मिला जो सबके लिए फायदेमंद है।
जुकाम में ये करें:-
* दूध ना पिएं।
* बाहर की मिठाई ना खाएं।
* दूध से बने उत्पाद ना खाएं। क्योंकि शरीर में बलगम भर जाता है। जिससे ऐसा खाने से उल्टी आ सकती है।
*काढ़ा पी लें।
* माइग्रेन और लिवर में समस्या वाले लोग अधिक धूप ना लें।
* सुबह खिचड़ी ( मूंग की) या दलिया खा लें ( बिना दूध का)
* दिन में तीन वक़्त खाना खाएं।
* कोसा पानी पिएं
* थोड़ा आराम जरूर करें।
* मीठी ब्रेड ना खाएं ( टूटी फ्रूटी वाली)
बासी ब्रेड भी ना खाएं।
* घी ना खाएं।
*भाप लें।
जानकारी अच्छी और सही लगी हो तो जरूर विचार साझा करें।