गीत,भारत की नारी
देखो आज कहां पहुंची है,सशक्त भारत की नारी
मूरत त्याग बलिदानों की,महान भारत की नारी।।
सदैव ही कम आँकी जाती,वो परचम फहराती है
जब हो मुश्किल तूफानों सी,खुद वो टकरा जाती है
जब जब समझा अबला तुमने,तब तब जागी...
मूरत त्याग बलिदानों की,महान भारत की नारी।।
सदैव ही कम आँकी जाती,वो परचम फहराती है
जब हो मुश्किल तूफानों सी,खुद वो टकरा जाती है
जब जब समझा अबला तुमने,तब तब जागी...