आजकल के रिश्तें!
अब अपनों से ही आंख चुराते है रिश्तें!
जो कभी किया करते थे सारी बातें शेयर, अब हर बात को छुपाते हैं रिश्तें!
अपनों में ही वाद - विवाद और डीबेट कराते हैं रिश्तें!
इक बेटा - बेटी से घर का आंगन छुड़ाते है रिश्तें!!
अपने ही लोगों को कटघरे पर खड़े करवाते हैं रिश्तें!
केवल अपना उल्लू सीधा करने के लिए...
जो कभी किया करते थे सारी बातें शेयर, अब हर बात को छुपाते हैं रिश्तें!
अपनों में ही वाद - विवाद और डीबेट कराते हैं रिश्तें!
इक बेटा - बेटी से घर का आंगन छुड़ाते है रिश्तें!!
अपने ही लोगों को कटघरे पर खड़े करवाते हैं रिश्तें!
केवल अपना उल्लू सीधा करने के लिए...