15 views
तुम पास आने दो न
करके दूरियां सभी से इस दिल की
ख्वाहिश है तुम्हारी
तुम पास आने दो न,
न चाहत है दुनिया को देखने की कोई
मैं बस तुमको ही देखूं इतनी इजाज़त दो न,
बसा हूँ दुनिया में ग़मों की मैं कबसे
तुम अपने दिल में थोड़ी जगह दो न,
थक गया हूँ लड़ते लड़ते ज़माने से मैं अब
तुम बाहों में अपनी मुझे आराम दो न,
कंपकंपाते है लब खामोश से मेरे
तुम चुम कर इनको मुस्कुराहटें दो न
© IndoreKeGopal
ख्वाहिश है तुम्हारी
तुम पास आने दो न,
न चाहत है दुनिया को देखने की कोई
मैं बस तुमको ही देखूं इतनी इजाज़त दो न,
बसा हूँ दुनिया में ग़मों की मैं कबसे
तुम अपने दिल में थोड़ी जगह दो न,
थक गया हूँ लड़ते लड़ते ज़माने से मैं अब
तुम बाहों में अपनी मुझे आराम दो न,
कंपकंपाते है लब खामोश से मेरे
तुम चुम कर इनको मुस्कुराहटें दो न
© IndoreKeGopal
Related Stories
24 Likes
10
Comments
24 Likes
10
Comments