एक याद
मिलते मिलते रह जाता है मिलता नही
याद बेअसर आती है कुछ कहता नही
हवाओं फिजाओं में ढूंढता रहता है मैं
लाचार हु पर दिल है के मानता नही
साथ उसके बारिश भी बेवफा निकली
कटा पेड़ सी हु यहां फूल खिलता नही
एक मुसाफिर हु सौदागर मोहब्बत के
मुनाफा हो मुझे सौदा ऐसा दिखता नही
सब पूंजी लगा दी तू ए " JOGES" यहां
हाथों में किस्मत की लकीर दिखता नही
चलो सपनों में ही मुलाकात करले अब
पर क्या करे दोस्त रात को नींद आता नही
© joges
याद बेअसर आती है कुछ कहता नही
हवाओं फिजाओं में ढूंढता रहता है मैं
लाचार हु पर दिल है के मानता नही
साथ उसके बारिश भी बेवफा निकली
कटा पेड़ सी हु यहां फूल खिलता नही
एक मुसाफिर हु सौदागर मोहब्बत के
मुनाफा हो मुझे सौदा ऐसा दिखता नही
सब पूंजी लगा दी तू ए " JOGES" यहां
हाथों में किस्मत की लकीर दिखता नही
चलो सपनों में ही मुलाकात करले अब
पर क्या करे दोस्त रात को नींद आता नही
© joges