...

16 views

मुझे .....
मुझे पढ़ने का शौक था उसे
पर समझ कभी पाया ही नही
कुछ इस तरह मुझे छोड़ चला
गया वो जैसे कभी था , मेरी
जिंदगी में आया ही नहीं......
क्यों? दिए वो पल उसने मुझे
जो उसकी याद दिलाते हैं
आख़िर क्यों? मेरे ये आंसू
उसकी याद में बह जाते हैं .....
अपने वो वादे क्यों? अधूरे
छोड़ गया ..... किसी जुगनू
की तरह रोशन किया उसने
मेरे आशियाने को .........
आखिर फिर क्यों? अंधेरे में
मुझे फिर मोड़ गया ........।

© All Rights Reserved