इस बार गलती मेरी नहीं
याद हैं बस तुम्हारी आँखे,
और कुछ हँसी वाली बातें,
ज्याद तो रूबरू थे नहीं हम,
फिर भी बीतती हैं यादों में रातें।
मैं औरो की तरह रोता नहीं,
हाँ, बस रातों में सोता...
और कुछ हँसी वाली बातें,
ज्याद तो रूबरू थे नहीं हम,
फिर भी बीतती हैं यादों में रातें।
मैं औरो की तरह रोता नहीं,
हाँ, बस रातों में सोता...