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बहुत फर्क
सबकी दुनिया और सबकी जान बन गयी है
यह स्मार्ट फोन आजकल तो किसी का नंबर याद रखने की जरूरत ही नहीं है सबके नंबर फोन में है और एक पहले का ज़माना था जब लैंडलाइन था और हमें सबके फोन नंबर याद रखने पड़ते थे क्योंकि उनका नंबर घुमाने के बाद ही बात हो पाती थी
आजकल के ज़माने में तो अगर किसी को कुछ खास बात बतानी हो तो एक मेसेज भेज देते है और एक पहले का ज़माना था कुछ खास बात बताने के लिए भी हम चिट्ठी में लिखकर भेज देते थे और चिट्ठी के आने का बड़े बेसब्री से इंतज़ार करते थे
आजकल के ज़माने में बच्चे फोन में खेल खेलते है और एक पहले का ज़माना था जब बच्चे बाहर अपने दोस्तों के साथ खेलते थे
आजकल के ज़माने में परिवार एक साथ खाना खाने के लिए बैठता जरूर है पर साथ नहीं होते क्योंकि सब अपने अपने में ही व्यस्त होते है
और पहले का ज़माना था पूरा परिवार एक साथ बैठकर खाना खाते थे बल्कि एक दूसरे को हाथ से भी खिलाते थे
सच में बहुत फर्क है.........
© Jeyaa1207
यह स्मार्ट फोन आजकल तो किसी का नंबर याद रखने की जरूरत ही नहीं है सबके नंबर फोन में है और एक पहले का ज़माना था जब लैंडलाइन था और हमें सबके फोन नंबर याद रखने पड़ते थे क्योंकि उनका नंबर घुमाने के बाद ही बात हो पाती थी
आजकल के ज़माने में तो अगर किसी को कुछ खास बात बतानी हो तो एक मेसेज भेज देते है और एक पहले का ज़माना था कुछ खास बात बताने के लिए भी हम चिट्ठी में लिखकर भेज देते थे और चिट्ठी के आने का बड़े बेसब्री से इंतज़ार करते थे
आजकल के ज़माने में बच्चे फोन में खेल खेलते है और एक पहले का ज़माना था जब बच्चे बाहर अपने दोस्तों के साथ खेलते थे
आजकल के ज़माने में परिवार एक साथ खाना खाने के लिए बैठता जरूर है पर साथ नहीं होते क्योंकि सब अपने अपने में ही व्यस्त होते है
और पहले का ज़माना था पूरा परिवार एक साथ बैठकर खाना खाते थे बल्कि एक दूसरे को हाथ से भी खिलाते थे
सच में बहुत फर्क है.........
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