कतरा कतरा खून का
कतरा कतरा खून का:-
कतरा कतरा खून का बहा है,
इस (डॉ. श्वेता सिंह) देश को आजाद कराने में।
कितने ही वीर शहीद हुए।
इतना आसान नहीं था देश को स्वतंत्र कराना।
ना जाने कितनी लाशे बिछी,
कितनों का सुहाग गया।
कितने ही घरों का चिराग बुझा अपने देश को आजाद कराने में। अपने मुल्क की रक्षा के लिए,
अपने घर से दूर सीमा पर रहकर,
अपनी जान को जोखिम में डालकर
ना किसी बात...
कतरा कतरा खून का बहा है,
इस (डॉ. श्वेता सिंह) देश को आजाद कराने में।
कितने ही वीर शहीद हुए।
इतना आसान नहीं था देश को स्वतंत्र कराना।
ना जाने कितनी लाशे बिछी,
कितनों का सुहाग गया।
कितने ही घरों का चिराग बुझा अपने देश को आजाद कराने में। अपने मुल्क की रक्षा के लिए,
अपने घर से दूर सीमा पर रहकर,
अपनी जान को जोखिम में डालकर
ना किसी बात...