कतरा कतरा खून का
कतरा कतरा खून का:-
कतरा कतरा खून का बहा है,
इस (डॉ. श्वेता सिंह) देश को आजाद कराने में।
कितने ही वीर शहीद हुए।
इतना आसान नहीं था देश को स्वतंत्र कराना।
ना जाने कितनी लाशे बिछी,
कितनों का सुहाग गया।
कितने ही घरों का चिराग बुझा अपने देश को आजाद कराने में। अपने मुल्क की रक्षा के लिए,
अपने घर से दूर सीमा पर रहकर,
अपनी जान को जोखिम में डालकर
ना किसी बात की परवाह करते हुए,
अपने देश पर आंच ना आने देते हमारे देश के वीर जवान।
अगर भारत पर किसी ने गलत निगाहों से देखा,
तो हम अपनी ताकत का जलवा फिर से दिखला देंगें
क्योंकि हम भारतीय है ना लड़ते है, ना लड़वाते है।
मजबूर ना करना हमें अपना रूप दिखलाने पर
फिर हम ना सोचेंगे की कौन किस मुल्क और जाति का है।
शांति बनाए रखना व दूसरों को माफ करना,
हम भारतीयों की परम्परा है।
इसको हमारी नादानी ना समझ लेना,
जरूरत पड़ी तो मुंह तोड़ जवाब देना अच्छे से आता हमको। हम भारतीयों को इज्जत देना और शांति बनाए रखना
हमारी फितरत है, ना कि कोई मजबूरी।
© Dr.Shweta Singh
कतरा कतरा खून का बहा है,
इस (डॉ. श्वेता सिंह) देश को आजाद कराने में।
कितने ही वीर शहीद हुए।
इतना आसान नहीं था देश को स्वतंत्र कराना।
ना जाने कितनी लाशे बिछी,
कितनों का सुहाग गया।
कितने ही घरों का चिराग बुझा अपने देश को आजाद कराने में। अपने मुल्क की रक्षा के लिए,
अपने घर से दूर सीमा पर रहकर,
अपनी जान को जोखिम में डालकर
ना किसी बात की परवाह करते हुए,
अपने देश पर आंच ना आने देते हमारे देश के वीर जवान।
अगर भारत पर किसी ने गलत निगाहों से देखा,
तो हम अपनी ताकत का जलवा फिर से दिखला देंगें
क्योंकि हम भारतीय है ना लड़ते है, ना लड़वाते है।
मजबूर ना करना हमें अपना रूप दिखलाने पर
फिर हम ना सोचेंगे की कौन किस मुल्क और जाति का है।
शांति बनाए रखना व दूसरों को माफ करना,
हम भारतीयों की परम्परा है।
इसको हमारी नादानी ना समझ लेना,
जरूरत पड़ी तो मुंह तोड़ जवाब देना अच्छे से आता हमको। हम भारतीयों को इज्जत देना और शांति बनाए रखना
हमारी फितरत है, ना कि कोई मजबूरी।
© Dr.Shweta Singh