मैं आगाज़ करू तुम अंजाम दोगी क्या मैं इज़हार करू , तुम कुबूल करोगी क्या..❤
मैं आगाज़ करू तुम अंजाम दोगी क्या
मैं इज़हार करू, तुम कुबूल करोगी क्या,
कभी ख़ुदा से फरमाइश करी है क्या
इश्क़ करने की ख्वाइश तुम्हे है क्या,
हमारी मौजूदगी तुम्हे रास आती है क्या
हमारी गैर मौजूदगी तुम्हे सताती है क्या,
ख्याल मेरे तुमको आते है क्या
ख़्वाबों मैं हम तुमको नज़र आते है क्या,
इश्क़...
मैं इज़हार करू, तुम कुबूल करोगी क्या,
कभी ख़ुदा से फरमाइश करी है क्या
इश्क़ करने की ख्वाइश तुम्हे है क्या,
हमारी मौजूदगी तुम्हे रास आती है क्या
हमारी गैर मौजूदगी तुम्हे सताती है क्या,
ख्याल मेरे तुमको आते है क्या
ख़्वाबों मैं हम तुमको नज़र आते है क्या,
इश्क़...