उठ मानव ! मौन को तोडते हैं ।
उठ मानव ! आज मौन को तोडते है,
कुछ दूर जिंदगी के साथ दौडते हैं,
राहे तेरे ख्वाब की बस चंद कदम पर हैं,
चल फिर एक...
कुछ दूर जिंदगी के साथ दौडते हैं,
राहे तेरे ख्वाब की बस चंद कदम पर हैं,
चल फिर एक...