Beti : Zindgani ek beti ki
Zindgani ek beti ki
जिंदगानी एक बेटी की
ऐसी होती हैं एक बेटी की जिंदगानी,
जो सब कुछ छोड़ पति के घर चली जाती हैं,
होते है उसके भाई - बहन सब को पीछे छोड़ आती हैं,
किसी अनजाने के साथ जीने - मरने की कसमें खा लेती है,
सखी - सहेलियाँ सब उसके जीवन से दूर हो जाती हैं,
पति को ही वह सब - कुछ बना लेती हैं,
ना चाहते हुए भी जो उसने कभी सोचा ना हो वह सब करती है।
ऐसी होती है एक बेटी की जिंदगानी।।
चुप रहके ना जाने क्या-क्या सह लेती है,
ना कहकर भी आंखों से सब कुछ कह देती है,
सारी रस्में सारी कसमें जिंदगी...
जिंदगानी एक बेटी की
ऐसी होती हैं एक बेटी की जिंदगानी,
जो सब कुछ छोड़ पति के घर चली जाती हैं,
होते है उसके भाई - बहन सब को पीछे छोड़ आती हैं,
किसी अनजाने के साथ जीने - मरने की कसमें खा लेती है,
सखी - सहेलियाँ सब उसके जीवन से दूर हो जाती हैं,
पति को ही वह सब - कुछ बना लेती हैं,
ना चाहते हुए भी जो उसने कभी सोचा ना हो वह सब करती है।
ऐसी होती है एक बेटी की जिंदगानी।।
चुप रहके ना जाने क्या-क्या सह लेती है,
ना कहकर भी आंखों से सब कुछ कह देती है,
सारी रस्में सारी कसमें जिंदगी...